भारतीय जनता पार्टी बांकीमोंगरा मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में पानी टंकी में हुआ आपातकाल की 50वीं कार्यक्रम ।

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भारतीय जनता पार्टी बांकीमोंगरा मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में पानी टंकी में हुआ आपातकाल की 50वीं कार्यक्रम ।

छत्तीसगढ़/कोरबा भारतीय जनता पार्टी बांकीमोंगरा मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में बांकीमोंगरा शक्ति केंद्र बूथ 86 सामुदायिक भवन पानी टंकी में कार्यक्रम के संयोजक अजीत केवट एवं मुख्य वक्ता के रूप जिला उपाध्यक्ष नारायण ठाकुर के मार्गदर्शन में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर विचार करते हुए, यह एक ऐसा समय था जिसने भारतीय इतिहास पर गहरा प्रभाव डाला । 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल ने देश में एक नए युग की शुरुआत की, इस दौरान नागरिक अधिकारों को सीमित कर दिया गया था और सरकार ने विपक्ष पर कड़ी कार्रवाई की थी ।

आपातकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटीं, जिनमें से एक थी जयप्रकाश नारायण का आंदोलन । जेपी के नाम से प्रसिद्ध जयप्रकाश नारायण ने आपातकाल के खिलाफ एक बड़े जन आंदोलन का नेतृत्व किया, जिसने देश भर में व्यापक समर्थन प्राप्त किया ।

आपातकाल के दौरान कई विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जेल में डाला गया था ,इस दौरान प्रेस की स्वतंत्रता पर भी कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे । आपातकाल के दौरान सरकार ने कई सुधारों की भी शुरुआत की, जिनमें से एक था परिवार नियोजन कार्यक्रम । हालांकि, इस कार्यक्रम को लागू करने के तरीके को लेकर व्यापक आलोचना हुई ।

आपातकाल का अंत मार्च 1977 में हुआ, जब इंदिरा गांधी ने आम चुनाव कराने का फैसला किया । इन चुनावों में कांग्रेस की हार हुई और जनता पार्टी की सरकार बनी , आपातकाल के अनुभवों ने भारतीय राजनीति और समाज पर एक गहरा प्रभाव छोड़ा । यह एक ऐसा समय था जिसने लोकतंत्र की सीमाओं और नागरिक अधिकारों के महत्व को उजागर किया ।

आज 50 वर्ष बाद भी आपातकाल की घटनाएं और इसके परिणाम भारतीय राजनीति और समाज में एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बने हुए हैं ।

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