बांकीमोंगरा – गेवरा बस्ती वार्ड क्रमांक 25 में ठेकेदारों की मनमानी , CC रोड निर्माण में गुणवत्ता से खिलवाड़ ।

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रुपेश महंत जिला ब्यूरो कोरबा गेवरा बस्ती वार्ड क्रमांक 25 में ठेकेदारों की मनमानी , CC रोड निर्माण में गुणवत्ता से खिलवाड़

छत्तीसगढ़/कोरबा बांकीमोंगरा : गेवरा बस्ती के वार्ड क्रमांक 25 में बन रही सीसी रोड की गुणवत्ता को लेकर स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सड़क निर्माण में ठेकेदारों द्वारा भारी मनमानी की जा रही है , कहीं रोड की मोटाई महज 2 इंच है तो कहीं 3 इंच, जबकि कुछ स्थानों पर यह 5 इंच तक बताई जा रही है । इसके अलावा सड़क निर्माण के दौरान वाइब्रेटर का भी इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है जिससे सड़क टिकने वाला नहीं है । सड़क निर्माण कार्य में लगे मजदूरों से जब वाइब्रेटर के संबंध में जानकारी लिया गया तो उनके द्वारा कहां कि वाइब्रेटर चलाने वाला नहीं । अब सवाल ये भी उठता है कि क्या वाइब्रेटर चलाने वाला अपने साथ वाइब्रेटर लेकर छुट्टी पर गया होगा , क्योंकि सड़क निर्माण कार्य के दौरान मौके स्थल पर वाइब्रेटर नजर भी नहीं आया । ऐसी असमान गुणवत्ता से सड़क की मजबूती पर सवाल उठना लाज़मी है ।

स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की ओर से पहले भी कई बार इसकी शिकायत की जा चुकी है, इसके अलावा वार्ड क्रमांक 25 का पार्षद तेज प्रताप द्वारा भी नगर पालिका परिषद बांकीमोंगरा में मौखिक रूप से पालिका के सीएमओ , अध्यक्ष व इंजिनियर को अवगत कराया गया था । लेकिन इसके बावजूद निर्माण कार्य में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ है ।

जब निर्माण स्थल पर काम कर रहे मजदूरों से ठेकेदार की नाम पुछने पर दिलीप दास बताया जहां पता चला कि दिलीप दास वार्ड क्रमांक 23 का पार्षद व नगर पालिका परिषद बांकीमोंगरा में पीआईसी सदस्य भी हैं , लेकिन कागजों में जानकारी मिली है कि इसका ठेकेदार उमेश राठौर है । जहां ठेकेदारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं ।

इस मामले में वार्ड क्रमांक 25 के पार्षद तेज प्रताप सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अगर इसी तरह सड़क बनाई जाती रही तो यह बरसात में नहीं टिक पाएगी । ठेकेदार पैसे बचाने के चक्कर में घटिया काम करवा रहे हैं । इस संबंध में पालिका के अधिकारियों व इंजिनियर को जानकारी भी दी गई इसके बावजूद इसकी जांच नहीं हुई ।

अब देखने वाली बात यह होगी कि नगर पालिका के CMO, इंजीनियर या अध्यक्ष इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई करते हैं । सवाल यह भी उठता है कि क्या गेवरा बस्ती जैसे अन्य वार्डों में चल रहे विकास कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएंगे, या जिम्मेदार अधिकारी सख्त कदम उठाएंगे या समय रहते हस्तक्षेप कर जनता का भरोसा जीतेंगे ।

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