बांकीमोंगरा क्षेत्र के कुधरीपारा में बिक रहे हैं अवैध महुआ शराब, आबकारी व पुलिस की कार्रवाई नही।


बांकीमोंगरा क्षेत्र के कुधरीपारा में बिक रहे हैं अवैध महुआ शराब, आबकारी व पुलिस की कार्रवाई नही।
छत्तीसगढ़/कोरबा जिले के बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र अन्तर्गत कुधरीपारा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 2 ( दों नंबर ) बिंझवार मोहल्ला के कुछ हिस्से में खुलेआम महुआ शराब बेधड़क बिक्री किया जा रहा है, जहां आबकारी विभाग व बांकीमोंगरा पुलिस की कार्रवाई नहीं होने से अवैध महुआ शराब बिक्री करने वालों की हौंसले बुलंद हैं, और सुबह होते ही बिक्री चालू हो जाते हैं।
सुबह 5 बजे प्रारंभ हो जाते हैं महुआ शराब बिक्री, घर परिवार हो रहे बर्बाद – अमन साहनी।

बांकीमोंगरा के वार्ड क्रमांक 2 दों नंबर/कुधरीपारा निवासी अमन साहनी ने हमारे संवाददाता को अवगत कराया कि दों नंबर/कुधरीपारा के कुछ हिस्से बिझवार मोहल्ला में लगभग 50% घरों में सुबह 5 बजे से देर रात अवैध महुआ शराब बिक्री प्रारंभ हो जाते हैं, और महुआ शराब छोटे-छोटे बच्चे से लेकर बड़ों तक सेवन करते हैं। आये दिन मेरे घर में मेरे बड़ा भाई सुबह सुर्य उगने से पहले पास के घरों में महुआ शराब सेवक कर घर पहुंचकर पत्नी व परिवारों से लड़ाई – झगड़े करते हैं। जहां महुआ शराब बिक्री होते हैं वहां पहुंचकर कई बार मना किया जा चुका है कि मेरे परिवार से कोई भी शराब मंगे उन्हें ना दें इसके बावजूद शराब बिक्री किया जा रहा। अमन साहनी ने बताया कि इस क्षेत्र में बांकीमोंगरा पुलिस पेट्रोलिंग करने आते जरुर है मगर महुआ शराब बिक्री करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं करते, यह सिलसिला कई वर्षों से जारी है, इस क्षेत्र में आये दिन महुआ शराब बिक्री होने से शराबियों का तांता लगा रहता है, कभी कभी मोहल्ले से महिलाओं व युवतियों को घर से बाहर निकलना मुश्किल होते हैं। आये दिन महुआ शराब पीने वाले लोग मोहल्ले में गाली-गलौज भी करते हैं।
सुबह से पड़ोस के घरों में महुआ शराब पीकर लड़ाई करते हैं बेटा- कमला बाई।

स्थानीय निवासी कमला बाई ने कहा कि सुबह सो उठकर जब भी आंख खुले मेरे बेटा महुआ शराब पीने निकल पड़ते हैं और वापस घर पहुंचकर बहु – बेटे व हमें लड़ाई झगड़ा करते हैं, शराब बेचने वालों को कई बार मना किया इसके बावजूद महुआ शराब परोसा जा रहे हैं। अब उन्हें क्या महुआ शराब बेचने वालों को पैसों से मतलब है। इस क्षेत्र में पुलिस व आबकारी विभाग के टीम आते जरुर है मगर कुछ नहीं मिला बोलकर वापस चलें जाते हैं। कार्रवाई नहीं होने से अवैध महुआ शराब बिक्री करने वालों का हौंसले बुलंद हैं।
एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि मोहल्ले व बाहर से प्रतिदिन शराब प्रेमी महुआ शराब पीने पहुंचते हैं और यह सिलसिला देर रात तक चलते हैं। अगले सुबह सोकर जब उठते हैं तो वहीं हाल रहते हैं जो प्रतिदिन होते हैं।
