दीपका की महारानी के दरबार में सजी भक्ति, भव्यता और परंपरा की अनुपम छटा।


राजेश सोनी दीपका संवाददाता दीपका की महारानी के दरबार में सजी भक्ति, भव्यता और परंपरा की अनुपम छटा।
छत्तीसगढ़ /कोरबा दीपका नगर पालिका क्षेत्र स्थित प्रतीक्षा बस स्टैंड में विराजित हैं दीपका की महारानी – मां दुर्गा, जिनकी भव्य प्रतिमा और आकर्षक पंडाल इस वर्ष भी श्रद्धा और आस्था का केंद्र बने हुए हैं।
यह आयोजन, जो प्रथम वर्ष में एक छोटे रूप में प्रारंभ हुआ था, आज अपने 10वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है और समय के साथ दीपका की सबसे भव्य, मनोहारी और लोकप्रिय धार्मिक सांस्कृतिक स्थली बन चुका है श्रद्धालुओं और नगरवासियों की अटूट श्रद्धा ने इसे दीपका की पहचान बना दिया है।
दीपका की महारानी मां दुर्गा की दिव्य भव्य प्रतिमा, कलात्मक पंडाल और इस वर्ष विशेष रूप से की गई विद्युत सज्जा (लाइटिंग), लोगों के लिए आध्यात्मिक अनुभूति और नेत्रों का आनंद बन गई है। रात्रि के समय का प्रकाश-पुंज समूचे क्षेत्र को एक अलौकिक छवि प्रदान करता है।
विशेष आयोजन: गरबा एवं डांडिया नाइट
दिनांक 26 सितंबर से 30 सितंबर तक प्रतिदिन रात्रि में गरबा और डांडिया नाइट का आयोजन किया जाएगा। परंपरागत वेशभूषा, संगीत और नृत्य के इस आयोजन में आप सभी आमंत्रित हैं
साथ ही यहां लगने वाला विशाल मेला भी उत्सव की रौनक को और बढ़ाता है। यहां के खाने-पीने के स्टॉल, मनोरंजन झूले, हस्तशिल्प बाजार, और खिलौनों की दुकानें हर आयु वर्ग के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
भक्ति और सेवा का संगम प्रतिदिन भोग एवं भंडारा नवरात्रि के सभी नौ दिनों में दीपका की महारानी को विशेष भोग अर्पित किया जाता है श्रद्धालु मां के प्रसाद का पुण्य लाभ प्राप्त करते हैं।
परंपरा के साथ दशहरा उत्सव
यहां दशहरा हर वर्ष विजयादशमी के दूसरे दिन, परंपरागत रूप से मनाया जाता है। इस वर्ष दशहरे का उत्सव 3 अक्टूबर को होगा,और सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लोक कलाकार सुनील मानिकपुरी अपनी प्रस्तुति देंगे।
दीपका एवं आसपास के सभी श्रद्धालुओं और नागरिकों से सादर आमंत्रण है कि सपरिवार पधारें, दीपका की महारानी के दिव्य दर्शन करें, गरबा-डांडिया में भाग लें, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लें और भंडारे का पुण्य लाभ प्राप्त करें।
विनीत:सार्वजनिक दुर्गा पूजा एवं दशहरा उत्सव समिति प्रतीक्षा बस स्टैंड, दीपका