“ड्राइवर नहीं, प्रदेश निर्माता हैं हम — 11 सूत्रीय मांगों पर छत्तीसगढ़ में गूंजा आंदोलन, जोहार पार्टी ने दिया साथ”।

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“ड्राइवर नहीं, प्रदेश निर्माता हैं हम — 11 सूत्रीय मांगों पर छत्तीसगढ़ में गूंजा आंदोलन, जोहार पार्टी ने दिया साथ”

छत्तीसगढ़/कोरबा:- छत्तीसगढ़ ड्राइवर महा संगठन द्वारा पूरे प्रदेश के सभी जिलों में 11 सूत्रीय मांगों को लेकर हो रहे आंदोलन का जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने पूर्ण समर्थन किया है। पाली–डूमरकछार (बिलासपुर रोड) में आयोजित चरणबद्ध आंदोलन में बड़ी संख्या में ड्राइवर, सामाजिक कार्यकर्ता एवं राजनीतिक प्रतिनिधि शामिल हुए।

इस आंदोलन में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री सुरेंद्र प्रसाद राठौर, कोरबा जिला अध्यक्ष जैनेंद्र कुर्रे और दीपका खंड महासचिव महावीर यादव मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

महावीर यादव, जो पूर्व में परिवहन चालक संघ, बिलासपुर संभाग के उपाध्यक्ष रहे हैं, ने ड्राइवर समाज की आवाज को मजबूती से उठाया और कहा—
“ड्राइवर सिर्फ वाहन नहीं चलाता, वह परिवार की जिम्मेदारी, प्रदेश की अर्थव्यवस्था और समाज की प्रगति को चलाता है। आज हमारी मांगें किसी वर्ग विशेष की नहीं, बल्कि सम्मान और सुरक्षा की मांग हैं। अब समय है कि सरकार ड्राइवरों की सुनवाई करे और उनके जीवन को सुरक्षित एवं सम्मानजनक बनाए।”

प्रदेश संगठन मंत्री सुरेंद्र प्रसाद राठौर का उद्बोधन:

सुरेंद्र राठौर ने कहा:
“जो हार नहीं मानता वही जोहार कहलाता है, और आज हमारे ड्राइवर भाई अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहे हैं। यह आंदोलन किसी सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि व्यवस्था में सुधार के लिए है।

हमारी पार्टी ड्राइवर सुरक्षा कानून, वेलफेयर बोर्ड, पेंशन, बीमा और बच्चों के भविष्य जैसी सभी 11 मांगों का समर्थन करती है। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि ड्राइवरों को केवल ‘चालक’ नहीं बल्कि ‘प्रदेश निर्माता’ के रूप में देखा जाए।”

जिला अध्यक्ष जैनेंद्र कुर्रे का संदेश:

“सड़क पर पसीना बहाने वाले इन ड्राइवर भाइयों की मांगें न तो राजनीतिक हैं और न ही व्यक्तिगत। यह सामाजिक न्याय की मांग है। शराबबंदी से लेकर पेंशन, बीमा और आरक्षण जैसी मांगें सीधे आम परिवारों के जीवन से जुड़ी हैं। हम हर मोर्चे पर इनके साथ खड़े हैं।”

ड्राइवरों की 11 मुख्य मांगें:

  1. छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए।
  2. ड्राइवर सुरक्षा कानून बनाया जाए।
  3. ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड का गठन।
  4. कमर्शियल लाइसेंस पर बीमा अनिवार्य किया जाए।
  5. दुर्घटना में मृत्यु पर ₹10 लाख सहायता राशि।
  6. अपंगता की स्थिति में ₹5 लाख की आर्थिक सहायता।
  7. ड्राइवर हेल्थ कार्ड, जिसमें ₹10 लाख तक का देशव्यापी इलाज प्रावधान।
  8. 55 वर्ष की आयु के पश्चात ड्राइवरों को पेंशन।
  9. ड्राइवरों के बच्चों को शिक्षा एवं नौकरी में आरक्षण।
  10. हर जिले में ड्राइवर स्मारक का निर्माण।
  11. ड्राइवर से मारपीट, लूटपाट या अभद्रता पर 5 वर्ष की कठोर सजा का प्रावधान हो।

कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति:

सुरेंद्र प्रसाद राठौर, जैनेंद्र कुर्रे, महावीर यादव, बादल दुबे, लाल साहू, सुरजीत सोनी, संदीप चौहान, रामेश्वर यादव, ओमप्रकाश साहू, राकेश सूर्यवंशी, माखनलाल नेम, गुड्डू भैया, कृपा दास, कामेश्वर जायसवाल सहित अनेक पदाधिकारी।

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