“गौरी शंकर के बयान पर महावीर यादव ने किया पलटवार,भाजपा का दोगलापन अब छिपेगा नहीं – छत्तीसगढ़ महतारी के सम्मान में अगर गुंडा कहलाना पड़े, तो हम गुंडा हैं।
“गौरी शंकर के बयान पर महावीर यादव ने किया पलटवार,भाजपा का दोगलापन अब छिपेगा नहीं – छत्तीसगढ़ महतारी के सम्मान में अगर गुंडा कहलाना पड़े, तो हम गुंडा हैं।

छत्तीसगढ़/कोरबा दीपका, कोरबा:- जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के महासचिव महावीर यादव ने पूर्व विधायक एवं पूर्व प्रदेश प्रवक्ता भाजपा के गौरीशंकर श्रीवास के बयान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि श्रीवास जी का यह कहना कि “छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना, प्रदेश को बिगाड़ना चाहती है और उसके पदाधिकारी गुंडे हैं” — यह छत्तीसगढ़ की अस्मिता पर सीधा प्रहार है।
महावीर यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि “भारतीय जनता पार्टी कितनी साफ-सुथरी पार्टी है, यह पूरा छत्तीसगढ़ जानता है। भाजपा देश में नहीं, बल्कि दोगलेपन में नंबर वन पार्टी है।”
उन्होंने कहा कि “यदि छत्तीसगढ़ महतारी के सम्मान, छत्तीसगढ़िया संस्कृति और हमारे हक-अधिकारों की रक्षा के लिए हमें गुंडा कहा जाता है, तो हमें उस पर गर्व है। क्योंकि हम ‘ शहीद गुंडा धुर के पुत्र’ हैं — और हम किसी भी कीमत पर छत्तीसगढ़ की अस्मिता के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
महावीर यादव ने आगे कहा कि भाजपा और उसकी सरकार छत्तीसगढ़ की संस्कृति को धीरे-धीरे मिटाने का षड्यंत्र रच रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा छठ पर्व मनाने पर उन्होंने सवाल उठाया — “कब से हमारे आदिवासी भाई-बहन छठ पर्व मनाने लगे? अगर बिहार के त्योहारों से इतना प्रेम है तो उन्हें अपने निजी खर्च से मनाएं, न कि छत्तीसगढ़ के जनता के पैसों से।”
उन्होंने भाजपा के प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन के पूर्व के बयान को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा — “जब छत्तीसगढ़ में आप कहते हैं कि हम क्षेत्रवाद नहीं मानते, केवल भारतीयता की बात करते हैं, तो बिहार चुनाव में यह क्यों कहते हैं कि ‘बिहार के रोजगार में पहला हक बिहारी का’? क्या यह क्षेत्रवाद नहीं? यही है भाजपा का असली चेहरा और दोगलापन।”
महावीर यादव ने भारतीय जनता पार्टी को सीधी चुनौती देते हुए कहा —
“भाजपा के किसी भी पदाधिकारी, नेता, कैबिनेट मंत्री या मुख्यमंत्री में दम है तो आएं और मुझसे खुली बहस करें। जनता के बीच आकर छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों के मुद्दों पर सामना करें। पता चल जाएगा कि सच्चाई किसके साथ है।”
महावीर यादव ने अंत में चेतावनी दी —
“छत्तीसगढ़ महतारी के सम्मान और छत्तीसगढ़िया हक-अधिकारों की रक्षा के लिए छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और पूरा छत्तीसगढ़िया समाज संवैधानिक रूप से इस सरकार को उखाड़ फेंकने तक का संकल्प ले चुकी है। अब छत्तीसगढ़ की धरती पर किसी भी कीमत पर अस्मिता का अपमान नहीं होने दिया जाएगा।”
