खनिज विभाग व तहसीलदार की कार्रवाई के बावजूद बांकीमोंगरा के गजरा, पुरेना व कोराई नदी में अवैध रेत उत्खनन जारी।
खनिज विभाग व तहसीलदार की कार्रवाई के बावजूद बांकीमोंगरा के गजरा, पुरेना व कोराई नदी में अवैध रेत उत्खनन जारी।
छत्तीसगढ़/कोरबा जिले के बांकीमोंगरा क्षेत्र की गजरा , कोराई और पुरेना नदियों में अवैध रेत उत्खनन का कारोबार खनिज विभाग और स्थानीय तहसीलदार की लगातार की जा रही कार्रवाई के बावजूद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह स्थिति दर्शाती है कि रेत माफियाओं में प्रशासन का कोई भय नहीं बचा है, और वे बेखौफ होकर प्राकृतिक संपदा को लूटने में लगे हुए हैं।
बेखौफ होकर नदियों को छलनी कर रहे माफिया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र से लगी गजरा और पुरेना व कोराई नदियों के हिस्सों में रेत माफिया सक्रिय हैं। दिन-दिहाड़े ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से रेत निकाल रहे हैं।
अवैध रूप से निकाली गई रेत को बांकीमोंगरा सहित आसपास के क्षेत्रों में ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है, जिससे उन्हें भारी मुनाफा हो रहा है।
कार्रवाई के बाद भी ‘जैसे को तैसा‘।
बताया जाता है कि पिछले कुछ हफ्तों में खनिज विभाग (Mining Department) और तहसीलदार के नेतृत्व में संयुक्त टीमों ने इस क्षेत्र में कई बार छापेमारी की है। इस दौरान कई ट्रैक्टरों को जब्त करने की कार्रवाई भी की गई थी।
लेकिन माफिया कुछ दिन शांत रहने के बाद फिर से सक्रिय हो जाते हैं। कार्रवाई होने के तुरंत बाद रेत माफिया कुछ दिनों के लिए काम बंद कर देते हैं, लेकिन जैसे ही प्रशासनिक अमला वापस लौटता है, उनका कारोबार फिर से पुरानी गति से शुरू हो जाता है। इस स्थिति ने प्रशासन की सख्ती पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन को अब इस अवैध कारोबार पर स्थायी रोक लगाने के लिए कड़ी निगरानी और सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जरूरत है।
